Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -22-Nov-2022 सपनों का बने हमराह

विषय-पथिक

शीर्षक-सपनों का बनना हमराह

हे पथिक! क्यों डगमगाते हैं तेरे कदम,
पथ में आएंगे लाख संकट,
ना भूलना कभी अपनी डगर।

पथ में होंगे लाख शूल,
देखकर ना जाना लक्ष्य भूल,
लक्ष्य का पथ है अभी दूर।

हारने से कभी न घबराना,
लेकर मकसद आगे बढ़ना,
जीवन में तुम कभी ना रुकना।

सूरज चांद चलते निरंतर,
 जगत को करते उज्जवल,
कार्य होता इनका अटल।

जब भी आए पथ में झंझावत,
अमल करना सब यह बात,
अपने लक्ष्य को रखना ध्यान।

हे पथिक! खुश होकर करना काम,
जीवन में गुनगुनाना मधुर गान,
सपनों का बनना हमराह।



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5 Comments

लाजवाब लाजवाब

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बहुत ही सुन्दर

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Sachin dev

23-Nov-2022 04:30 PM

Well done ✅

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